प्रदेश में सत्तासीन भाजपा इन दिनों खासी चर्चाओं में है। हाल ही में सीएम तीरथ दिल्ली प्रवास पर हैं, तो कई तरह की अटकलों से राजनीति के गलियारों से लेकर चौक चौराहों तक में गरमाहट है। चंडूखाने की खबरें न्यूज पोर्टल और सोशल मीडिया में उफान मार रही हैं। कोई प्रदेश में फिर से परिवर्तन की बात कर रहा है तो कोई सीएम के उप चुनाव की। लेकिन इन सब अटकलों के बीच सच्चाई क्या है चंडूखाने में यह कोई नहीं जानता।
राज्य बनने के बाद गुजरे दो दशकों के इतिहास पर नजर डाली जाए तो जब भी यहां के मुख्मयंत्री दिल्ली प्रवास पर गए हैं तब तब यहां के चंडूखाने पर बैचैन रहे हैं। जिसके जो मन में आए वह बात निकल कर गलियारों में तैरने लगती है। रही सही कसर सोशल मीडिया और न्यूज पोर्टलों ने पूरी कर दी है। इसमें अटकलों को भी खबरों की तरह परोसा जा रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इन दिनों दिल्ली प्रवास पर हैं तो चंडूखाने में भूचाल सा है। जितने मुंह हैं उतनी बातें हो रखी हैं। खबरें और आर्टिकल तक लिखे जा रहे हैं। कोई फिर से सीएम बदले जाने की बात करता है तो कहीं नए सीएम का नाम फाइनल हो जा रहे हैं। प्रदेश का ताज कभी सांसद अनिल बलूनी के सिर सज रहा है तो पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज। कभी उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत का नाम टॉप पर बताया जा रहा है। केंद्रीम मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सुबोध उनियाल आदि नाम भी परिवर्तन के बाद के फलक पर दिखाए जा रहे हैं। सच्चाई क्या है कोई नहीं जानता, लेकिन चंडूखाने में तो सूत्रों के हवाले से ही खबरें ब्राडकास्ट की जाती हैं, तो उन्हें सच और झूठ से भी कोई फर्क नहीं पड़ता
यहीं हाल चंडूखाने में कांग्रेस का भी है। एक सप्ताह पहले से ही न्यूज पोर्टल और शोसल मीडिया पर कांग्रेस के चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पदों पर नियुक्ति की खबरें चंडूखाने की शान बनी हैं। यहां पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, करण महरा, मंत्री प्रसाद, मनोज तिवारी, प्रकाश जोशी, प्रीतम खेमे, भुवन कापड़ी, आर्येंद्र शर्मा जैसे नामों की खूब चर्चा हो रही है। कई दिनों से चंडूखाने की खबरें सोशल मीडिया पर चलने लगी हैं कि उक्त नामों को पदों से नवाजने लगी हैं। सच्चाई अभी सामने आनी बाकी है। इससे पहले जो सूचनाएं आई वह काफी हद तक अटकलें भर रही रही।