महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित है धामी सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश भर से मिल रहा महिलाओं का स्नेह
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। महिलाओं के हित में कई योजनाएं संचालित की जा रही है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री धामी जी को पूरे उत्तराखंड की महिलाओं का स्नेह भी मिल रहा है।
धामी सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। राज्य की महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिया जा रहा है। महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए भी विभिन्न योजनाएं चल रही हैं। लखपति दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। वर्ष 2025 तक 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में लगभग 40 हजार से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में तैयार किया गया है। इसी तरह महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए विशेष कोष का गठन किया गया है।
इसके अलावा प्रदेश में एकल महिला सशक्तिकरण योजना, नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदन योजना आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
प्रदेश में कामकाजी महिलाओं और उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही छात्राओं के लिए 13 निर्भया हॉस्टल बनने जा रहे हैं। वहीं, तीलू रौतेली पुरस्कार की धनराशि 31 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार रुपए की गई है। जबकि आंगनबाड़ी कार्यक़त्री पुरस्कार की धनराशि भी 21 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार रुपए हुई है। आंगनबाड़ी बहनों का मानदेय 7500 रुपए से बढ़ाकर 9300 रुपए किया गया है। मिनी आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय को भी 4500 रुपए बढ़ाकर 6250 और सहायिकाओं का मानदेय 3550 से 5250 किया गया है।
महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री धामी जो कार्य कर रहे हैं उस पर प्रदेश की महिलाओं ने मुहर भी लगाई है। गढ़वाल मंडल के टिहरी में बेटी ब्वारियूंक, कुमाऊं के हल्द्वानी में ईजा बैणि और बागेश्वर में चेलि ब्वारियूंक कौथिग में उमड़ी महिलाओं की भीड़ ने यह स्पष्ट भी कर दिया है। महिलाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी पर पुष्प वर्षा कर उनके प्रति अपना स्नेह जताया है।
यह होता है क्षैतिज आरक्षण
क्षैतिज आरक्षण के तहत एक विशेष वर्ग जैसे महिलाओं, ट्रांसजेंडर समुदाय और दिव्यांग व्यक्तियों आदि को आरक्षण दिया जाता है।