कावड़ यात्रा पर आए 12 वर्षीय बालक को उसके परिजनों से मिलाकर दून पुलिस ने लौटाई परिवार की खुशियां।
ऋषिकेश पुलिस ने तत्परता से बालक के परिजनों को तलाश कर किया गया सकुशल सुपुर्द।
बालक के सकुशल वापस मिलने पर परिजनों ने जताया दून पुलिस का आभार।
कोतवाली ऋषिकेश
आज दिनांक 28 जुलाई 2024 को चंद्रभागा पुल पर कावड़ यात्रा के दौरान ड्यूटीरत उप निरीक्षक विनोद कुमार एक 12 वर्षीय बालक संदिग्ध/लावारिस अवस्था में मिला, जिससे पूछताछ करने उक्त बालक का नाम जतिन तथा उसका गाजियाबाद से अपने परिजनों के साथ कावड़ लेकर ऋषिकेश आना और ऋषिकेश में अपने परिजनों से बिछड़ना ज्ञात हुआ। गुमशुदा बालक को उप निरीक्षक विनोद कुमार के द्वारा कोतवाली ले जाया गया, जहां महिला उपनिरीक्षक आरती कलूड़ा के संरक्षण में बालक पूछताछ की गई तो बालक अपना पता एवं परिजनों के संबंध में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पाया, उसके द्वारा सिर्फ अपने स्कूल का नाम बताया गया,
इसके पश्चात महिला उप निरीक्षक आरती कलूड़ा के द्वारा स्कूल का नाम गूगल पर सर्च कर बालक के अध्यापक का नंबर प्राप्त किया गया, जिनसे संपर्क कर बालक के विषय मे संपूर्ण जानकारी देकर बालक की माताजी का फोन नंबर लेकर उनसे संपर्क किया गया, गुमशुदा बालक की माता जी के द्वारा बताया गया कि उनका पुत्र अपने चाचा एवं कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ कावड़ यात्रा पर आया था, जिनसे बच्चे के चाचा का नंबर लेकर उन्हें कोतवाली ऋषिकेश बुलाया गया तथा गुमशुदा बालक को सकुशल उसके चाचा राजेश पुत्र प्रहलाद निवासी गाजियाबाद के सुपुर्द किया गया।
गुमशुदा बालक के सकुशल वापस मिलने पर उसके परिजनों के द्वारा उत्तराखंड पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया गया।