मजे मजे में बनी वीडियो का इतना असर होगा सरहद पे तैनात उस सैनिक ने
कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा, जी हाँ हम बात कर रहे है उस वीडियो की जिसने चुनाव आयोग के पसीने छुड़ा के रख दिया, विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से ड्यूटी पे तैनात सभी कर्मचारियों का वोट होना था और कुमाऊं रेजीमेंट से जुड़ा एक मामला सामने आया की यहाँ एक ही सैनिक पोस्टल बैलेट में सभी सैनिकों की ओर से मतदान करते हुए दिखायी दे रहा है।
पोस्टल बैलेट से जुड़ा हुआ सेना का वीडियो विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। अब इसमें नया मोड़ आ गया है। वीडियो सेना के कुमाऊं रेजीमेंट से जुड़ा है और जम्मू में फिल्माया गया है।
वीडियो में दिखायी दे रहे कुछ सैनिकों की पहचान कर ली गयी है और पुलिस ने चार सैनिकों को पूछताछ के लिये समन भेजा है। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दूसरी ओर पता चला है कि प्रथमदृष्टया जांच में जो तथ्य सामने आये हैं उसके अनुसार यह वीडियो सेना के कुमाऊं रेजीमेंट का है। यह रेजीमेंट जम्मू में तैनात है।
यह भी तथ्य सामने आया है कि वीडियो पिथौरागढ़ जनपद की डीडीहाट विधानसभा से जुड़ा हुआ है और जम्मू में फिल्माया गया है। जिन सैनिकों के नाम आ रहे हैं उनकी पहचान कर ली गयी है। उनके नाम सेना की सूची में शामिल हैं। पुलिस की ओर से चारों सैनिकों को पूछताछ के लिये शनिवार को सम्मन भेजा गया है और एक सप्ताह के अंदर जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में सैनिकों का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में एक ही सैनिक पोस्टल बैलेट में सभी सैनिकों की ओर से मतदान करते हुए दिखायी दे रहा है। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भी इसे गंभीर मानते हुए सोशल मीडिया पर वायरल किया था। कांग्रेस के डीडीहाट के प्रत्याशी प्रदीपपाल की ओर से 22 फरवरी को इस प्रकरण की शिकायत निर्वाचन आयोग के साथ ही पुलिस की गयी थी। जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने उसी दिन इस प्रकरण की जांच के निर्देश दे दिये। पुलिस ने तत्काल इस मामले में डीडीहाट थाना में अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी।