बड़ी खबर : द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन आने से फंसे NIM के 28 पर्वतारोही, 2 की मौत
निम का प्रशिक्षण दल द्रोपदी का डांडा में एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार) में फंसे हैं। जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। क्रेवास फंसे आठ प्रशिक्षणार्थियों को रेस्क्यू कर निकाला गया है। जबकि 21 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं।
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
प्रशिक्षण के दौरान द्रोपती का डांडा के पास एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए। द्रोपदी के डांडा में क्रेवास में फंसे आठ लोगों को निम ने रेस्क्यू कर निकाल दिया है। जबकि 21 लोग अभी क्रेवास में फंसे हैं। जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
घटना स्थल पर निम के पास दो सैटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है।
प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए निम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आइटीबीपीके जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के सूत्रों की मॉने तो द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में प्रशिक्षण के दौरान एवलांच आया है। जिसमें दो प्रशिक्षकों की मौत हो गई है, अन्य घायलों को रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एयरफोर्स से भी संपर्क किया गया है।
शासन ने एयरफोर्स से भी किया संपर्क किया है, जिसने बताया जा रहा है कि बचाव कार्य से पहले हेलीकॉप्टर से रेकी की जाएगी और फिर बचाव कार्य किया जाएगा।