आगामी चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए जनपद पुलिस एंव जिला प्रशासन द्वारा किया गया मॉक अभ्यास
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण भारत सरकार के सहयोग से आगामी चारधाम यात्रा में किसी आपदा से निपटने की पूर्व की तैयारियों एवं अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यक्षमता विकसित किए जाने के दृष्टिगत जनपद पुलिस,जिला प्रशासन व विभिन्न विभागों द्वारा मॉक ड्रिल(अभ्यास) का आयोजन किया गया।
इस मॉक ड्रिल के आयोजन का उद्देश्य आगामी चारधाम यात्रा के दौरान कोई भी प्राकृतिक अथवा मानव जनित घटना होने पर जान-माल तथा पर्यटक,तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार कोई क्षति न हो। साथ ही ऐसी घटना होने पर पुलिस,जनपद प्रशासन अन्य रेखीय विभागों का आपस में समन्वय स्थापित करना। इस मॉक ड्रिल में विभिन्न घटनाओं की परिस्थितियां ( त्वरित बाढ,अग्नि,सड़क दुर्घटना,स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन स्थिति,भूस्खलन आदि) का अभ्यास किया गया। यह मॉक ड्रिल दुर्घटनाओं में की जाने वाली व्यवस्थाओं की स्थिति को जांचने के लिए की जाती है। जहां खामियां रहती है उसमें सुधार का प्रयास किया जाता है। मॉक ड्रिल जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से की जाती है।
आज प्रात: आपदा प्रबन्धन कार्यालय गोपेश्वर द्वारा अवगत कराया गया कि मन्दिर मार्ग गोपेश्वर के निकट स्पर्श साईबर कैफे के पीछे मकान व गौशाला में आग लग गई है जिस पर थाना गोपेश्वर से 10 कर्मचारी मय हो0गा0,फायर सर्विस से 06 फायर मैन,पुलिस लाईन गोपेश्वर से 08 कर्मचारी,जिला चिकित्सालय से 03 चिकित्सक,लोक निर्माण विभाग,जल निगम,विद्युत विभाग की टीमें तुरन्त मौके पर पहुंची जहां पर विद्युत विभाग द्वारा विद्युत कनैक्शन काटकर फायर सर्विस टीम द्वारा अपने आधुनिक यंत्रों के द्वारा आग पर काबू किया गया तथा पुलिस टीम द्वारा घायलों को मकान के अन्दर से निकाला गया जिसमें 10-12 व्यक्ति थे,05 व्यक्ति सामान्य चोटिल व 01 व्यक्ति गम्भीर चोटिल था जिसे चिकित्सकों से प्राथमिक उपचार के बाद सामान्य चोटिलों को घर तथा गम्भीर चोटिल को चिकित्सालय भेजने की सलाह पर एम्बुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर रवाना किया गया तथा पडोस में गौशाला में बंधे मवेशियों को गौशाला के अन्दर से सुरक्षित स्थान पर किया गया व मौके पर जमा भीड़ को व्यवस्थित कर मन्दिर मार्ग संकरा होने के कारण यातायात को सुव्यवस्थित रखकर एंबुलेंस रवाना की गयी। स्थिति सामान्य होने पर मौके पर उपस्थित तहसीलदार महोदय से आदेश प्राप्त कर सभी टीमों को वापस किया गया।
9:40 पर थाना जोशीमठ को सूचना प्राप्त हुई की तपोवन क्षेत्र में भूकंप आने की सूचना है इस सूचना पर तत्काल सिविल पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी ,एनडीआरएफ, ग्रीफ ,पीडब्ल्यूडी, सीआईएसफ, फायर व हॉस्पिटल के कर्मचारियों को तत्काल तपोवन क्षेत्र में रेस्क्यू बचाव कार्य हेतु रवाना किया गया मौके पर पहुंचने पर भूकंप से तपोवन में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई जिसमें 30 लोगों के फंसे होने की सूचना थी टीम द्वारा कार्य चलाते हुए सभी व्यक्तियों को रेस्क्यू कर निकाला गया उक्त 30 व्यक्तियों में 25 पुरुष व 5 महिलाएं थी। गंभीर रूप से घायल 17 पुरुष और 3 महिलाओं को हॉस्पिटल भेजा गया तथा 7 पुरुष और 2 महिलाओं को मामूली चोट आने पर मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया तथा एक व्यक्ति की मेडिकल टीम द्वारा बाद उपचार के मृत्यु घोषित किया गया उक्त अभियान संयुक्त टीम द्वारा सफलतापूर्वक 2 घंटे के अंदर संपादित किया गया।
आज समय 10:40 बजे आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रुम द्वारा थाना चमोली को सूचना दी गयी कि बाजपुर चाडा पर जाम कि स्थिति बनी हुयी है इस सूचना पर शाने से 08 कर्मचारी गण को यातायात व्यवस्था बनाने हेतु प्राइवेट वाहन से बाजपुर चाडा रवाना किया गया मौके पर यातायात निरीक्षक मय हमराही कर्म0गण मौजूद थे यातायात व्यवस्था को सुचारु करने हेतु चौकी नन्दप्रयाग क्षेत्र से सैकोट की तरफ तथा बाजार तिराहा से वाया कोठियालसैंण नन्दप्रयाग जाने हेतु यातायात को डायवर्जन किया गया तथा यातायात व्यवस्था को सुचारु रुप से चलाते हुए जाम को खुलवाया गया।स्थिति सामान्य होने पर मौके से सभी कर्मचारी गण वापस आये शेष कुशलता रही।
आज प्रात समय 09:55 बजे आपदा प्रबन्धन द्वारा अवगत कराया कि चटवापीपल के पास 01 बस सड़क से नीचे दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है, इस सूचना पर कोतवाली कर्णप्रयाग से 04 कर्म0गण मय हो0गा0,एसीडीआरएफ,फायर सर्विस,आईटीबीपी,परिवहन विभाग,तहसील,सीएचसी कर्णप्रयाग से 01 एंबुलेंस के घटनास्थल चटवापीपल पहुंचकर तत्काल प्रभाव से रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। पुलिस,फायर सर्विस,आईटीबीपी व एसडीआरएफ की टीमों द्वारा बस से 08 व्यक्तियों को निकाला गया जिसमें से एक व्यक्ति गंभीर , 02 व्यक्ति सामान्य चोटिल व 05 व्यक्ति घायल थे जिन्हें एंबुलेंस के माध्यम से सीएचसी कर्णप्रयाग पहुंचाया गया। रेस्क्यू समाप्त होने पर सभी टीमों को वापस किया गया।