“सीएम उत्तराखंड, पुष्कर सिंह धामी: शिक्षा में उत्कृष्टता की दिशा में बढ़ते कदम”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी, ने राज्य के युवाओं को उच्च शिक्षा में सर्वोत्तमता की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी द्वारा उत्तराखंड के शिक्षा क्षेत्र में किए गए महतवपूर्ण निर्णय:
1. शिक्षा के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने हेतु दृढ़ संकल्पित धामी:
पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा स्थापित की है और यहाँ के नागरिकों को उच्च शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा संस्थानों के आधुनिकरण, उद्यमिता और कौशल विकास के क्षेत्र में देश के प्रतिष्ठित संस्थान ”भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद” के साथ उद्यमिता संवर्धन के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया।
2. तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा:
धामी जी ने तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं बनाई हैं और राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए और सुधारित कोर्सेस प्रदान करने का प्रयास किया है। उनके द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई नए कार्य किए जा रहे, ऐसे कार्य जिसमें प्राचीन शिक्षा पद्धति और आधुनिक शिक्षा पद्धति के समिश्रण से बनी नई शिक्षा नीति का अनुसरण किया जा रहा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश की आने वाली पीढ़ी हमारे देश के वास्तविक इतिहास व महान संस्कृति से परिचित हो सकेगी।
3. शिक्षा के लिए बजट का विशेष ध्यान:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने शिक्षा को विकसित करने के लिए बजट में विशेष आवंटन किया है और इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि शिक्षा से जुड़ी योजनाएं सफलता प्राप्त करें। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में विद्यार्थियों का विशेष ध्यान रखा गया। माध्यमिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु उत्कृष्ट क्लस्टर विद्यालय खोलने के लिए विशेष धन दिया गया है।
4. डिजिटल शिक्षा का प्रोत्साहन:
सीएम धामी ने राज्य में डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए नई तकनीकी उपायों का समर्थन किया है ताकि विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों से सीख सकें। इसी दिशा में एक नई पहल की गई है, जिसका नाम है ‘DIGITAL Vehicle as CONTINUED LEARNING ACCESS PROJECT (CLAP)’। उत्तराखंड के शिक्षा क्षेत्र के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो NEP 2020 के प्रावधानों के साथ शिक्षा प्रणाली में डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखता है।
5. छात्रवृत्ति योजनाएं:
उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजनाएं शुरू की हैं, जिससे उन्हें अधिकतम शिक्षा की सुविधा हो। राज्य योग्यता छात्रवृत्ति के लिए इस वर्ष पांच करोड़ व बालिका शिक्षा प्रोत्साहन को साइकिल के लिए 15 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया।
पुष्कर सिंह धामी के इन पहलुओं से स्पष्ट है कि वह उत्तराखंड के नागरिकों को शिक्षा में सुधार हेतु पूर्णतः समर्पित हैं, जिससे राज्य में शिक्षा का स्तर और भी उन्नत हो रहा है।