कार्यक्रम भले ही वर्चुअल रहा हो, लेकिन रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिह ने सोमवार को लेह से बीआरओ द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला एवं मुनस्यारी समेत प्रदेश के अन्य सीमांत क्षेत्रों में बनाये गये मोटर पुलों (ब्रिजों) को आम जन के लिए अर्पित कर दिया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार तीरथ सिंह रावत, अल्मोड़ा सांसद अजय टमटा समेत विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा जनपद नैनीताल के रामनगर से तथा जनपद पिथौरागढ़ से जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप एवं बीआरओ के अधिकारियों द्वारा पिथौरागढ़ से वर्चुवल के माध्यम प्रतिभाग किया गया।
लोकार्पण हुए कुल 75 पुल व सड़कों का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया गया। जिसमें उत्तराखण्ड में 1928.74 लाख की लागत से कुल 06 पुल शामिल हैं। इस अवसर पर रक्षा मंत्री श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि देश के दुर्गम व दुरस्थ क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण कर कनेक्टीविटी देना सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने बीआरओ को दुर्गम क्षेत्रों में पुल व सड़कों का निर्माण करने पर बधाई देते हुए उनके कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि पुल व सडकें देश के विकास की गति को बढ़ाती है। सडकें विकास, पर्यटन के साथ ही देश रक्षा की दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज भारत समृद्व-सशक्त देश के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य के विभिन्न सीमांत क्षेत्रों में निर्मि कुल 06 पुलों का भी लोकार्पण किया गया है। जिसमें जोशीमठ -मलार रोड पर रैनी पुल लागत 348.12 लाख, ऋषिकेश- धंराशु सड़क पर खादी पुल लागत 513.00 लाख, जौलजीबी-मुनस्यारी रोड पर कुरकुटिया ब्रिज लागत 142.00 लाख, जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क पर जुनालीगाड़ ब्रिज लागत 649.62 लाख, तवाघाट-घाटियाबागढ सड़क पर जुंटीगढ़ ब्रिज लागत 156.00 लाख तथा मुनस्यारी- बगुड़ियार-मिलन सड़क पर लास्पा पुल,लागत 120.00 लाख के पुलों का लोकार्पण किया गया
वर्चुवल माध्यम से आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में जनपद पिथौरागढ़ से विभिन्न अधिकारी व बीआर ओ के अधिकारी आदि जुड़े रहे।