पहाड़ के बेटे ने दिलाया बैडमिंटन में देश को पदक ,नीदरलैंड में योनेक्स डच ओपन इंटरनेशनल चैलेंज प्रतियोगिता में जीता रजत पदक
लक्ष्य की विश्व रैंकिंग हुई 19
नीदरलैंड में योनेक्स डच ओपन इंटरनेशनल चैलेंज प्रतियोगिता में जीता रजत पदक ।
पिता डी के सेन बैंडमिंटन कोच ।
बैंगलोर में यूथ आइकॉन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड से नवाजा गया।
अल्मोड़ा: पहाड़ के एक और बेटे ने करा पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन, खेल के छेत्र में उत्तराखंड राज्य में रोज नई प्रतिभाएं सामने आ रही है उत्तराखंड का प्रथम जिला अलमोड़ा के लक्ष्य सेन ने उत्तराखंड का नाम पूरे विश्व में करा है कोई ऐसा खेल बाकी नहीं रह गया है, जिसमें प्रदेश के युवाओं ने देवभूमि को सम्मानित महसूस ना करवाया हो। भारत में सम्मान पाना एक बात है, अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन ने अपने लक्ष्य को लगातार पार करते हुए विश्वभर में उत्तराखंड का नाम ऊंचा किया है। लक्ष्य की विश्व रैंकिंग भी 19 हो गई है।
लक्ष्य अल्मोडा जिला मुख्यालय के तिलकपुर में रहते है। उनके पिता बैंडमिंटन कोच डीके सेन है। उन्होंने हाल ही में नीदरलैंड में हुई योनेक्स डच ओपन इंटरनेशनल चैलेंज प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता था। इस जीत के बाद से लक्ष्य की विश्व रैंकिंग भी 21 रैंक तक पहुंच गई थी। जिसे लेकर पूरे जिले में खुशी व जश्न का माहौल हो गया था।
अब इसी क्रम में बैंगलोर में लक्ष्य सेन को यूथ आइकॉन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड से नवाजा गया है। इतना ही नहीं बल्कि उनकी विश्व रैंकिंग भी 19 हो गई है। शायद आपको जानकर हैरानी हो लेकिन भारत में केवल दो ही खिलाड़ी हैं जिनकी रैंकिंग लक्ष्य से बेहतर है। जिनमें 15वें नंबर पर किडंबी श्रीकांत और 16वें नंबर पर साई प्रणीत जैसे खिलाड़ी हैं।
बहरहाल इतनी छोटी सी उम्र में पहाड़ का बेटा दुनिया को भारत की ताकत का परिचय दे रहा है। उत्तराखंड के लिए इससे ज्यादा गर्व की बात भला और क्या हो सकती है। बैंगलोर में इस एक और नई उपलब्धि के बारे में उत्तरांचल बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी ने बताया कि बैंगलोर में आईआईएफ द्वारा समारोह आयोजित किया गया था।
उन्होंने बताया कि समारोह में अल्मोड़ा के बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए यूथ आइकॉन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड से नवाजा गया है। अवॉर्ड प्रकाश पादुकोण अकादमी के चीफ कोच विमल कुमार द्वारा दिया गया है। चूंकि लक्ष्य फिलहाल विदेश में हैं, इसलिए उनकी माता निर्मला और पिता एवं कोच डीके सेन ने अवार्ड लिया।