मोदी-धामी मैजिक::: एक झलक पाने को उमड़ी हजारों की भीड़
-प्रधानमंत्री की जनसभा में आई भीड़ ने पूरे देश में किया संदेश भेजने का काम
-क्या बूढ़े, क्या जवान, सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में दूरदराज से मोदी को सुनने पहुँचे लोग
देहरादून। उत्तराखंड में फिलहाल कोई चुनाव नहीं होने, फिर भी प्रदेश के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में पीएम मोदी की एक झलक पाने को लोगों का जिस तरह लोगों का हुजूम उमड़ा, उसने दर्शा दिया कि मोदी मैजिक लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। जिस तरह से पिथौरागढ़ जनसभा में भीड़ उमड़ी, उसे देखकर खुद पीएम मोदी भी गदगद नजर आए। मुख्यमंत्री धामी के साथ जब वे जागेश्वर धाम से बाहर निकलकर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे तो दोनों नेताओं की झलक पाने को लोग बेताब दिखे। यहां लोगों ने जमकर धामी और मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए।
उत्तराखंड के जिस इलाके में प्रधानमंत्री मोदी पहुँचे, वहां आज तक कोई दूसरा प्रधानमंत्री गया ही नहीं। अपने बीच, पीएम मोदी के आने की खबर मात्र से ही यहां के निवासियों का उत्साह चौथे आसमान पर था। यही कारण रहा कि पीएम मोदी जब पिथौरागढ़ पहुँचे तो उनकी एक झलक पाने को लोग बेताब थे। पीएम मोदी जब जागेश्वर धाम से पूजा अर्चना उपरांत बाहर आये तो उनकी झलक पाने को सड़क के दोनों ओर लोग मौजूद थे। इस दौरान सीएम धामी को भी उन्होंने अपने साथ रखा। इस दौरान दोनों नेताओं ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। मोदी ने इस दौरान माताओं-बहनों से भी भेंट की। पारंपरिक वेशभूषा में आई माताओं-बहनों से उन्होंने संवाद भी किया और नौनिहालों को दुलारा भी। इसके बाद जब मोदी जनसभा स्थल पर पहुँचे तो यहां उमड़े भारी जनसैलाब को देख वे अभिभूत नजर आए। खचाखच भरे मैदान में लोगों के बीच मोदी की झलक पाने और उन्हें सुनने की बेसब्री थी। मोदी ने भी उत्तराखंड, खासतौर से सीमांत गांव के विकास की बात की।पीएम मोदी ने कहा कि “सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास, सरकार की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है।” उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में नई सेवाओं का तेजी से विकास हो रहा है। पिछली सरकारों के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की कमी की ओर इशारा करते हुए, प्रधानमंत्री ने अवसंरचना विकास को लेकर पड़ोसी देशों द्वारा भूमि हड़पने के उनके डर के बारे में बात की। प्रधानमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रहे अवसंरचना विकास के बारे में बात करते हुए कहा, “न तो न्यू इंडिया किसी चीज से डरता है, न ही यह दूसरों में डर पैदा करता है।” उन्होंने बताया कि पिछले 9 वर्षों में सीमावर्ती क्षेत्रों में 4,200 किमी से अधिक सड़कें, 250 पुल और 22 सुरंगें निर्मित की गई हैं। प्रधानमंत्री ने आज की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि रेलवे को सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचाने की योजना पर काम चल रहा है।