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केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1316 छात्रों को स्नातक, परास्नातक की उपाधि, 5 छात्र-छात्राओं को PHD की उपाधि, 24 छात्र-छात्राओं को एकेडमिक अवॉर्ड से किया सम्मानित

केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में की सिरकत। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 1316 छात्रों को स्नातक, परास्नातक की उपाधि, 5 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। साथ ही 24 छात्र-छात्राओं को एकेडमिक अवॉर्ड से सम्मानित किया गया एवं 3 छात्रों को डॉ. स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड से भी सम्मनित किया गया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह अत्यंत गौरव का क्षण है। इस दीक्षांत समारोह को अविस्मरणीय बनाने हेतु रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह स्वयं यहां आए हैं। रक्षामंत्री जी का मार्गदर्शन युवा विद्यार्थियों को नव ऊर्जा और नव चेतना प्रदान करेगा। रक्षामंत्री जी के नेतृत्व में देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने हेतु अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। “अंत्योदय” को समर्पित आपका संपूर्ण राजनीतिक जीवन, हम सभी को प्रेरणा प्रदान करता है। भारतीय सेना के क्रांतिपुंज जवानों को सशक्त बनाने हेतु आपकी प्रतिबद्धता अनुकरणीय है। उन्होंने कहा इस विशिष्ट विद्या के मंदिर में आने से हमेशा उत्साह और ऊर्जा से भर जाता हूं। परम श्रद्धेय स्वामी राम जी की दिव्य प्रेरणा से अलंकृत यह ज्ञान का मंदिर राज्य में उच्च शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने में अग्रणी है। शिक्षित व स्वस्थ समाज के निर्माण के अपने उद्देश्य को सार्थक करने हेतु, स्वामी राम जी ने अपना संपूर्ण जीवन समाज को समर्पित कर दिया। उन्होंने 1970 में संयुक्त राज्य अमेरिका में “हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ योगा, साइंस एंड फिलॉसफी” की स्थापना कर भारत के प्राचीन ज्ञान को विश्व के समक्ष रखने का महान कार्य किया। स्वामी राम जी के मार्गदर्शन में मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल और आयुर्विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना की गई। मुझे प्रसन्नता है कि विगत 30 वर्षों से स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय अपने संस्थापक स्वामी राम जी के विचारों पर अग्रसर रहते हुए उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में एक आदर्श संस्थान के रूप में जाना जाता है। यह संस्थान चिकित्सा शिक्षा, जनकल्याण और मानव सेवा के क्षेत्र में नित- नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमालयन अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा राज्य के सुदूर एवम् दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं व औषधियों को उपलब्ध कराना, अत्यंत सराहनीय प्रयास है। विगत वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश दुनिया में अन्य क्षेत्रों के साथ साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी एक महाशक्ति के रूप में उभरा है। कोविड महामारी के पश्चात् विश्व ने भारत के राजनीतिक नेतृत्व की दूरदर्शिता और यहां के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की क्षमता को पहचाना है। जब समूचा विश्व कोरोना महामारी से ग्रस्त था, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया का मार्गदर्शन किया और दो- दो वैक्सीन उपलब्ध करा कर ’’सर्वे भवन्तु सुखिनः’’ के भाव को चरितार्थ किया। यह इस बात को दर्शाता है कि नया भारत, नये प्रयासों द्वारा नये अवसरों को सृजित करने की क्षमता रखता है,और आप सभी इस नए भारत की नींव हैं। देश को महामारी से बचाने के लिए हमारे चिकित्सकों, वैज्ञानिकों ने जो अनथक परिश्रम किया, वह अभिनंदन योग्य है। उन्होंने कहा कुछ सालो पहले उत्तराखण्ड के लोगों को उपचार हेतु दिल्ली या अन्य शहरों में जाना पढ़ता था परंतु आज उत्तराखंड में ही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से इन सुविधाओं को उत्तराखंड के सुदूर क्षेत्रों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। ऋषिकेश में स्तिथ AIIMS और भविष्य में कुमाऊं क्षेत्र में बनने वाला इसका सेटेलाइट सेंटर इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इस बात को धरातल पर चरितार्थ करने हेतु हम सभी को ” विकल्प रहित संकल्प” के मंत्र को अपनाकर और अधिक मजबूती और तत्परता से अपने कर्तव्यों को निभाने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को विभिन्न उपाधियां प्राप्त हो रही है। मुझे विश्वास है कि आप सभी उपाधि धारक, सामाजिक जीवन में स्वामी राम जी के बताए मार्ग पर चलकर, हमेशा राज्य के नागरिकों की सेवा करेंगे और उत्तराखण्ड का नाम रोशन करेंगे।

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