अभी कोरोना के घाव भरे ही नहीं थी और उत्तराखंड में आपदा रुकने का नाम ही नहीं लेगी चाहे हम बात करें तपोवन जोशीमठ की या हम बात करें उत्तरकाशी की और अब बागेश्वर के सुदूरवर्ती गांव सुमगढ़ मे l जिस मध्यरात्रि में लोग चैन की नींद सो रहे थे वही रात करीब 2:30 बजे गोविंद सिंह के मकान के ऊपर मलवा आने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिस काल बनकर बरस रही है। बागेश्वर कपकोट तहसील के सुमगढ़ गांव के तोक ऐठाणबड़ में अतिवृष्ठि के कारण एक आवासीय भवन जमींंदोज हो गया है। जिस मां, पिता और पुत्र जिंदा दफन हो गए। मृतकों में गोविंद सिंह पुत्र प्रताप सिंह 40 वर्ष, खाषठी देवी पत्नी गोविंद सिंह 35वर्ष, हिमांशु पुत्र गोविंद सिंह 07 वर्ष शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन एवं एस.डी.आर.एफ.की टीम राहत व बचाव हेतु घटना स्थल पर पहुंची बचाव दल द्धारा तलवे में दबे तीनों लोगों के शव निकाल लिए गए हैं। अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल ने मृतक गोविंद सिंह के पुत्र गुलशन व लक्की सिंह के नाम के 12 लाख के आर्थिक सहायता के चैक मृतक के पिता प्रताप सिंह को उपलब्ध कराए। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।