Dehradoon. राजधानी के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की में डीजल से चलने वाले 10 साल पुराने ऑटो-विक्रम अगले साल 31 मार्च के बाद सड़कों से बाहर कर दिए जाएंगे। संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की मंगलवार को हुई बैठक में परिवहन विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव पर मोहर लग गई। निर्णय लिया गया कि बाकी बचे सभी डीजल वाले ऑटो-विक्रम 31 दिसम्बर 2023 के बाद नहीं चलेंगे।
डीजल संचालित इन ऑटो-विक्रम की जगह सीएनजी की गाड़ियों का संचालन होगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में दून में प्रदूषण की बदहाल हो रही स्थिति पर पूर्व में शासन द्वारा अनुमोदित 18 स्टेट कैरेज रूटों पर पेट्रोल, बीएस वी-5, मानक सीएनजी, इलेक्ट्रिक सार्वजनिक वाहन के संचालन को लेकर निर्णय लिया गया। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजाजी नेशनल रिजर्व में जंगल सफारी के लिए सफारी गाड़ियों के लिए अतिरिक्त परमिट देने पर भी सहमति बनी। निर्णय हुआ कि सभी ई-रिक्शा चालकों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
शासन से अनुमति के बाद झाझरा, सुद्धोवाला, प्रेमनगर से बल्लूपुर, घंटाघर, परेड मैदान, सर्वे चौक, लालपुर, रायपुर तक सिटी बस सेवा के लिए नया रूट चिह्नित करने के साथ गाड़ियों के नए परमिट जारी करने का निर्णय लिया गया। इसमें सिटी बसों के संचालक भी परमिट के लिए आवेदन कर सकेंगे। बैठक में विक्रम, टेंपो वाहन को स्टेट कैरेज वाहन के परमिट जारी करने के साथ ही एमडीडीए, डालनवाला, द्वारिका स्टोर, तहसील चौक, रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, डॉटकाली मंदिर मार्ग पर जारी सिटी बस सेवा परमिट के विरुद्ध धारा 88 की कार्रवाई और उक्त मार्ग पर हल्के चार पहिया वाहनों को परमिट जारी करने के संबंध में चर्चा हुई।
सिटी बसों में बुजुर्गों के लिए आरक्षित सीटें
दून में सिटी बसों में बुजुर्गों को अब खड़े होकर सफर नहीं करना होगा। इनके लिए सीटें आरक्षित होंगी। आरटीए की बैठक में निर्णय लिया गया कि सिटी बसों में महिला यात्रियों की तर्ज पर बुजुर्गों के लिए भी सीटें आरक्षित की जाएंगी। सफर के दौरान इन सीटों पर बैठे यात्रियों को बुजुर्गों के लिए सीटें खाली करनी होगी, जिसकी जिम्मेदारी चालक-परिचालक की होगी। सिटी बसों में बुजुर्गों के लिए सीटें आरक्षित करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
दिव्यांग यात्रियों के लिए सिटी बसों में लगेंगे रैंप
संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में निर्णय लिया गया कि राजधानी के साथ ही हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की में सिटी बसों में दिव्यांग यात्रियों के लिए रैंप लगाए जाएंगे, ताकि दिव्यांग यात्री आसानी से बसों में सवार हो सकेें। दून में स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों में दिव्यांग यात्रियों के लिए लो फ्लोर की सुविधा है।
दून-कालसी मार्ग पर 15 बसों का होगा संचालन ।
देहरादून-कालसी मार्ग पर नए सिरे से 15 बसों के संचालन के साथ ही रायपुर, लाडपुर, रिंगरोड, आईएसबीटी, शिमला बाईपास, बल्लीवाला, बल्लूपुर, प्रेमनगर तक सिटी बसों के लिए रूट तय किए गए। इस रूट पर संचालित बसों के परमिट हाईकोर्ट के आदेश पर निरस्त कर दिए गए थे।