देहरादून। अंकिता भंडारी के हत्यारों के खिलाफ शुक्रवार देर रात ही सीएम पुष्कर धामी का बुलडोजर गरजा। शुक्रवार देर रात ही आरोपी के रिजॉर्ट को सीएम धामी की जेसीबी ने ध्वस्त कर दिया। उत्तराखंड के इतिहास में ये पहला मौका है, जब अवैध निर्माण के खिलाफ इतनी त्वरित कार्रवाई हुई हो। अब इस अवैध निर्माण से जुड़े अफसरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की तैयारी हैं। किन अफसरों की शह पर ये अवैध रिजॉर्ट तैयार हुआ, उन्हें चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम धामी के इस सख्त रुख ने उत्तराखंड के लोगों को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की याद दिला दी है। अब साफ हो गया है की उत्तराखंड में भी कुछ भी गलत करने वालों के खिलाफ सीएम पुष्कर धामी का बुलडोजर गरजेगा।
अंकिता की हत्या के मुख्य आरोपी भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य के रिजार्ट को ध्वस्त करने के लिए देर रात कार्रवाई शुरू कर दी गई। उच्च स्तर से आदेश के बाद प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गई और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी।
शुक्रवार देर रात मौके पर पहुंची जेसीबी ने पहले रिजार्ट के गेट को तोड़ा। उसके बाद रिजार्ट के फंट में लगे शीशे और दीवार तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। प्रशासन ने इससे पहले कर्मचारियों को हिरासत में लेकर रिजार्ट को सील कर दिया था।
बताया जा रहा है कि, सरकार और पार्टी के स्तर पर इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। इसलिए रातोंरात रिजार्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई कर दी गई।
शुक्रवर को घटना के खुलासे के बाद भी मौके पर जमा भीड़ ने न केवल रिजार्ट में तोड़फोड़ कर दी थी, बल्कि रिजार्ट पर बुलडोजर चलाने की मांग के नारे भी लगाए थे।