डायबिटीज के मरीज़ो के लिये भिंडी आंवला से ज़्यादा कारगार

भारत डायबिटीज की राजधानी

डायबिटीज की समस्या आम होती  जा रही है। भारत की बात करे तो डायबिटीज के मरीजों की संख्या यहा सबसे अधिक हैं। इसी वजह से भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाता है। विश्व मधुमेह संघ के अनुसार आने वाले समय में यह भयानक रूप अख्तियार कर लेगी। विशेषज्ञों की मानें तो 1 बार डायबिटीज हो जाने के बाद उम्र भर साथ रहती है। डायबिटीज मे बीमारी में दवा के साथ-साथ परहेज भी बहुत जरूरी होता है। खासकर मीठे चीजों से परेहज अनिवार्य होता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो  भिंडी जरूर खाए। कुछ शोधों में खुलासा हुवा है कि भिंडी शुगर  को कंट्रोल करने में मददगार कर सकती है। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में हैं-

rfppl.co.in  पर छपी एक शोध में यह दावा किया गया है कि भिंडी का  सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इस शोध पुडुचेरी के कई गांवों में किया गया है। इस शोध में 5 गांवों के डायबिटीज मरीजों को शामिल किया गया था। इस शोध में शामिल लोगों को दो वर्गों में बांटा गया। पहली टीम में शामिल सदस्यों को 3 माह तक रोजाना 50 ग्राम आंवला का जूस पीने की सलाह दी गई।

यह भी पढ़ें-यूपी में भी कांवड़ यात्रा पर लगा प्रतिबंध

डायबिटीज पर ये रही शोध

वहीं, दूसरी टीम में शामिल लोगों को 3 महीने तक रोजाना 50 ग्राम भिंडी का पानी पीने की सलाह दी गई। इसके लिए दूसरी टीम को रोजाना रात में सोने से पहले तकरीबन एक गिलास पानी में एक या दो भिंडी को भिगोकर रखने के लिए कहा गया था। अगली सुबह को भिंडी पानी पीने की सलाह दी गई थी। इस शोध की मानें तो 3 महीने के बाद जब शुगर लेवल मापी गई, तो शुगर स्तर में कमी देखी गई थी। इसके लिए शोधकर्ता डायबिटीज के मरीजों को भिंडी पानी पीने की सलाह देते हैं। साथ ही भिंडी खाने से भी इंस्टेंट शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीज को शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना 50 ग्राम भिंडी का पानी पीना चहेये ।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 Pahad Samvad

यदि आप अपना कोई लेख या कविता हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो आप हमें हमारे (pahadsamvad@gmail.com) Email के माध्यम से भेजकर साझा कर सकते हैं!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *