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देहरादून

12 वी के छात्र ने की आत्म हत्या, बुझ गया घर का एकलौता चिराग

बुझ गया घर का एकलौता चिराग।
आई लव यू मम्मी पापा, सॉरी… बोल के लटक गया फंदे पे।
आत्म हत्या का नहीं लग पाया कारण, पुलिस जाँच में जुटी।
कार्मन स्कूल में कक्षा 12 का छात्र था बरवनी।
मां बेटे रहते थे साथ में।

प्रदेश में लगातार हत्या और आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ रही है। हर जिले से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है। तजा मामला राजधानी देहरादून में आत्महत्या का सामने आया है इस आत्महत्या ने सबको झकझोर दिया। लेकिन अभी तक आत्म हत्या का कारण नहीं लग पाया है।
छात्र ने मौत को गले लगाकर दुनियां को अलविदा कर दिया। उसके पास से एक कागज पुलिस को मिला जिसमें लिखा था आई लव यू मम्मी पापा सॉरी…
पूरी घटना शुक्रवार रात करीब 10 बजे की है। यहां रायपुर क्षेत्र के तपोवन की फ्रेंड्स कॉलोनी में एक किशोर की आत्महत्या की सूचना मिली थी। आनन- फानन में पुलिस उनके घर पहुंची लेकिन परिजन घर पर नहीं मिले इसके बाद पुलिस वहां दून अस्पताल पहुंची। लेकिन छात्र की मौत हो चुकी थी। पुलिस जांच में मृतक छात्र बरवीन पुत्र अशोक ठाकुर निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी लालपुर निवासी है।

पुलिस के अनुसार बरवनी कार्मन स्कूल में कक्षा 12 का छात्र था। उसके पिता अशोक ठाकुर भारतीय सेना के सूबेदार पद से रिटायर्ड हैं जो वर्तमान में देहरादून से बाहर प्राइवेट नौकरी करते हैं। जबकि मां-बेटे एक साथ रहते है। बरवीन अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। मां ने बताया कि रात नौ बजे बरवीन पढ़ाई करने को कमरे में चला गया। करीब आधे घंटे के बाद मां उसे देखने गई लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा बंद देख मां ने बरवीन को आवाज लगाई। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आयी। ऐसे में मां ने खिडक़ी से झांकर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। अंदर बरवीन पंखें के सहारे लटका था। मां की चीख-पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग मौके पर दौड़े। आनन-फानन में उसे फंदे से उतारा जिसके बाद तुंरत उसे असपताल ले गये लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घर का इकलौता चिराग बुझने से कोहराम मच गया। मां बदवाहस हो गई। बरवीन के कमरे की तलाशी ली गई। तभी वहां एक कॉपी पर लिखा मिला आई लव यू मम्मी पापा, सॉरी, हालांकि यह अभी तक साफ नहीं हो पाया कि बरवीन ने आत्महत्या क्यों की। फिलहाल उसके स्कूल के साथियों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। कि आखिर बरवीन के साथ ऐसा क्या हुआ कि उसने मौत को गले लगा लिया।

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