राज्य में 8 नए महाविद्यालय बनाए जाएंगे, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणा।
7 महाविद्यालयों का स्नातक से स्नातकोत्तर में किया जाएगा उच्चीकरण ।
मुख्यमंत्री ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) देहरादून में विज्ञान संकाय भवन का शिलान्यास किया ।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) देहरादून में विज्ञान संकाय भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि राज्य में 08 नये महाविद्यालयों की स्थापना की जायेगी। जिन नये महाविद्यालयों की स्थापना की जायेगी उनमें देहरादून शहर, हरिद्वार शहर(भूपतवाला), हल्द्वानी शहर में, गदरपुर ऊधमसिंह नगर, दन्या अल्मोड़ा, कल्जीखाल पौड़ी, खिर्सु पौड़ी, देवाल चमोली, शामिल हैं। राज्य के 07 महाविद्यालयों का स्नातक से स्नातकोत्तर में उच्चीकरण किया जायेगा। इनमें राजकीय महाविद्यालय, मुनस्यारी(पिथौरागढ़), राजकीय महाविद्यालय, गैरसैंण(चमोली), राजकीय महाविद्यालय, कपकोट(बागेश्वर), राजकीय महाविद्यालय सोमेश्वर, राजकीय महाविद्यालय, हल्दूचौड़(नैनीताल), राजकीय महाविद्यालय, लक्सर(हरिद्वार), राजकीय महाविद्यालय, थलीसैंण(पौड़ी) शामिल हैं।
राजकीय महाविद्यालयों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त शैक्षणिक पद सृजित होंगे ।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि पूर्व से संचालित राजकीय महाविद्यालयों में वहां की आवश्यकतानुसार स्नातक स्तर पर 50 एवं स्नातकोत्तर स्तर पर 10 अतिरिक्त शैक्षणिक पदों का सृजन किया जायेगा। राज्य के समस्त शासकीय महाविद्यालयों में कम से कम एक वीडियो कांफ्रेसिंग एवं अन्य आवश्यक आधुनिक तकनीकी सुविधायुक्त लैक्चर हाल स्थापित किया जायेगा।
पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप करने के लिए उच्च स्तरीय समिति होगी गठित ।
नई शिक्षा नीति के क्रम में शासकीय विश्वविद्यालयों में इण्टर-डिसिप्लिनरी कोर्स प्रारंभ करने एवं वर्तमान पाठ्यक्रमों में बदलाव हेतु राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सुविख्यात शिक्षाविद की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) में स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान संकाय एवं गृह विज्ञान की कक्षाएं भी प्रारम्भ की जायेंगी।
रायपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने की घोषणाएं
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रायपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी विभिन्न घोषणाएं की जिसमें मालदेवता खेरी ग्रामीण क्षेत्र में 33 के.वी. विद्युत घर का निर्माण तथा आई.टी पार्क के समीप डांडा लखोंड में 33 के.वी विद्युत केन्द्र का निर्माण किया जायेगा। मालदेवता के अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक वाले खाले में आर.सी.सी. पाइप लाइन द्वारा जल निकासी का कार्य स्वीकृत किया जायेगा। विकासखण्ड रायपुर में सोंग नदी पर मालदेवता फार्म से मालदेवता बाजार तक बाढ़ सुरक्षा का कार्य किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत नगर निगम क्षेत्र में नदी/नाले/खाले में आपदा से क्षतिग्रस्त पुस्तों का निर्माण किया जायेगा, बाल्टी नदी में दिनांक 24 एवं 25 अगस्त को आयी आपदा से नदी व सडक की बाढ़ सुरक्षा का कार्य किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत आपदा से क्षतिग्रस्त सहस्त्रधारा-खैरी- मालदेवता मार्ग का मरम्मत कार्य किया जायेगा। वार्ड संख्या 58 डिफेंस कॉलोनी के मुख्य करिय्पा मार्ग का चौड़ीकरण, नवीनीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य किया जायेगा। रायपुर-तुनवाला-मियावाला मार्ग का चौड़ीकरण किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत क्षतिग्रस्त मुख्य व आंतरिक मार्गों का निर्माण किया जायेगा। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) के विस्तारीकरण के लिए भूमि उपलब्ध करने एवं ग्राम सभा खेरी मानसिंह, मालदेवता, सौडा द्वारा एवं केशर वाला में जंगली हाथियों से फसलों के बचाव हेतु सोलर फेंसिंग का कार्य एवं आबादी क्षेत्रों के समीप आरक्षित वन भूमियों में कूड़े-करकट से बचाव हेतु जाल लगवाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 02 माह पूर्व राज्य के मुख्य सेवक रूप में कार्य करने का मौका मिला। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जन समस्याओं के त्वरित निदान के लिए प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स की गई। जो कार्य विकासखण्ड एवं तहसील स्तर के हों उनका समाधान वहीं पर हो और जो कार्य जिला स्तर पर हो सकते हैं, उनका निदान जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा ही किया जायेगा। सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि जो कार्य जनपद स्तर पर पूर्ण हो सकते हैं, उन्हें शासन स्तर पर न भेजा जाय। उनका वहीं निदान किया जाय। कार्यों के सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नो पेंडेंसी के आधार पर कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि प्रत्येक कार्यदिवस को प्रातः 10 से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में जन समस्याओं को सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। तहसील दिवसों का नियमित आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने पर सरकार का विशेष ध्यान है। विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। ये सभी प्रक्रियाएं जल्द पूर्ण कर ली जायेगी। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है। सरकार का प्रयास है कि समाज के अन्तिम पंक्ति पर खड़े लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में एक लाख सात हजार छात्र-छात्राएं वर्तमान में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सभी महाविद्यालयों में 4जी वाईफाई की सुविधा दी गई है। एक-एक टेबलेट की व्यवस्था की जा रही है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। रोजगारपरक शिक्षा एवं शिक्षा के गुणात्मक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री दिलीप सिंह रावत, श्री मुकेश कोली, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) के प्राचार्य प्रो.सतपाल सिंह सहानी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।