दून मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह 2025 का समापन
दवाओं के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
देहरादून। राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह 2025 के अंतिम दिन गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून के फार्माकोलॉजी विभाग की ओर से दून अस्पताल के सभागार में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. गीता जैन रहीं, जबकि विशिष्ट अतिथि डिप्टी मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट डॉ. एन. एस. बिष्ट रहे। विभागाध्यक्ष डॉ. रंगील सिंह रैना ने सभी अतिथियों का स्वागत और आभार व्यक्त किया।
फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. शिखा द्विवेदी ने एडीआर (Adverse Drug Reaction) एवं फार्माकोविजिलेंस की जानकारी दी। वहीं उप-समन्वयक डॉ. सुशील ओझा ने दवाओं के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर डॉ. एन.एस. बिष्ट ने कहा कि फार्माकोविजिलेंस चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा को बढ़ाने का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की कि दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों की समय पर रिपोर्टिंग कर समाज को सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में सहयोग दें।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतीक और फार्माकोविजिलेंस एसोसिएट बिपिन प्रकाश ने किया। इस अवसर पर डॉ. दौलत सिंह (एचओडी, ऑन्कोलॉजी), डॉ. वर्षा (एसोसिएट प्रोफेसर, फार्माकोलॉजी), नर्सिंग सुपरिन्टेंडेंट दीपशिखा सिंह, मुख्य फार्मासिस्ट बी. एस. बर्थवाल, अनिल नैथानी, सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. गीता जैन ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां समाज को सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की ओर प्रेरित करती हैं।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नर्सिंग अधिकारियों और फार्मासिस्टों ने भाग लिया और दवाओं से होने वाले संभावित प्रतिकूल प्रभावों (ADR) की जानकारी प्राप्त की।