गोपेश्वर. नगर पालिका द्वारा आवंटित दुकानों से समय पर किराया वसूल न करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
बद्रीनाथ के विद्यायक महेंद्र भट्ट ने गोपेश्वर नगर पालिका द्वारा आवंटित दुकानों का किराया लम्बे समय से जमा न करने के बहाने दुकान चला रहे लोगो के खिलाफ पालिका द्वारा कोरोना काल मे की गई दुकान सीज करने की कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि पालिका द्वारा अपनी आवंटित दुकानों को जिन लोगो को दी गयी उनमें से अधिकतर लोगों ने दुकानों को और अधिक किराए पर दुसरो को दी गयी है और उनसे नगर पालिका का मूल किराएदार किराया हर महीने ले रहा है फिर भी नगरपालिका अपने कियादारो से किराया वसूल नही कर पा रही है।जबकि इसके लिए दुकान चलाने वाले ब्यापारी दोषी नही है दोषी वे लोग हैं जो ब्यापारियों से किराया हर महीने ले रहे हैं परंतु नगर पालिका की मिलीभगत से किराया समय पर जमा नही कर रहे हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि जो लोग दुकान चला रहे हैं वे अपना किराया समय पर दे रहे हैं उसके बाद भी इन पर हो रही कार्यवाही से ब्यापारियों में आज आक्रोश देखा गया।
विधायक भट्ट ने नगरपालिका पर समय से किराया वसूल न होने के कारणों को सार्वजनिक करने की मांग की।
विधायक भट्ट ने कहा कि राज्य के एक पूर्व मंत्री के नाम भी दुकान आवंटित है परंतु उसे भी किसी और को दिया गया है।
विधायक ने जिलाधिकारी चमोली से मांग की है कि वर्तमान समय मे इन दुकानों को जो संचालित कर रहे हैं दुकानें उन्ही को आवंटित की जाय,जिससे इस प्रकार की परिस्थिति पुनः न हो।