ITC मिशन सुनहरा कल, SBMA एवं डिटॉल इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर चलाया गया स्वच्छता, शिक्षा और खुशियों का संगम
अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर स्वच्छता, शिक्षा और खुशियों का संगम
आईटीसी मिशन सुनहरा कल, श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम एवं डिटॉल इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय प्राथमिक विद्यालय नवोदय नगर एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय ज्वालापुर-33 में उत्साहपूर्ण कार्यक्रम आयोजित।
हरिद्वार, 20 नवमबर। अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर आईटीसी मिशन सुनहरा कल, श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम तथा डिटॉल इंडिया के सौजन्य से राजकीय प्राथमिक विद्यालय नवोदय नगर एवं ज्वालापुर-33 में एक भव्य, उत्साहपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य बच्चों में स्वच्छता, स्वास्थ्य, अनुशासन, शिक्षा, और सकारात्मक जीवन मूल्यों को बढ़ावा देना रहा।
खेलकूद और गतिविधियों से बाल दिवस में बढ़ी रौनक
कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के जोशपूर्ण स्वागत के साथ हुई। इसके बाद विद्यालय परिसर में विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएँ और बाल-केंद्रित गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपने कौशल, प्रतिभा और टीम-स्पिरिट का शानदार प्रदर्शन किया। खेलों ने न केवल बच्चों का मनोरंजन किया, बल्कि उनमें आत्मविश्वास, अनुशासन और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।
स्वच्छता पर बाल-मित्र जागरूकता सत्र
बच्चों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रभावी एवं इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए गए- डिटॉल इंडिया के परियोजना प्रबंधन अधिकारी प्रकाश नेगी ने बच्चों को हाथ धोने के सही एवं वैज्ञानिक तरीके, संक्रमण से बचाव, दैनिक हाइजीन, और स्वच्छ परिवेश का महत्व सरल और समझने योग्य भाषा में बताया।
आईटीसी मिशन सुनहरा कल – श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम की ओर से डॉ. पंत एवं उनकी टीम ने बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता, पोषण, सुरक्षित पेयजल, विद्यालय स्वच्छता, और स्वस्थ जीवनशैली पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछे, हाथ धोने की प्रैक्टिस की, और स्वच्छता व स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण सीखों को आत्मसात किया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय नवोदय नगर के प्रधानाचार्य श्री विनय कुमार जी ने बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस का महत्व समझाते हुए विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बच्चों को- रोजमर्रा की साफ-सफाई, विद्यालय एवं घर का स्वच्छ वातावरण, तथा पढ़ाई में निरंतर ध्यान और अनुशासनअपनाने पर बल दिया।
प्रधानाचार्य ने कहा कि यदि विद्यार्थी स्वच्छता, अनुशासन और अध्ययन को जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लें, तो विद्यालय न केवल जनपद बल्कि राज्य स्तर पर भी उत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर सकता है। उनका संबोधन बच्चों के लिए प्रेरणा और उत्साह का स्रोत बना।
टीमों की सक्रिय भागीदारी
आईटीसी मिशन सुनहरा कल और श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम की टीमों ने कार्यक्रम संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टीम द्वारा बच्चों को- स्वच्छता किट का सही उपयोग, विद्यालय परिसर को साफ रखने के उपाय,
तथा दैनिक जीवन में स्वच्छता आदतें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
डिटॉल इंडिया की टीम ने भी हाइजीन सामग्री का प्रदर्शन कर बच्चों को हाथ धोने की प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया।
अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस की सार्थकता
वक्ताओं ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस बच्चों के अधिकारों, स्वास्थ्य, सुरक्षा, शिक्षा एवं कल्याण के प्रति वैश्विक जागरूकता का दिन है।
इस अवसर पर बच्चों को उनके अधिकार, जिम्मेदारियाँ और स्वस्थ वातावरण के महत्व से अवगत कराया गया—ताकि वे सुरक्षित, स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकें।
पुरस्कार वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन
पूरे कार्यक्रम के दौरान बच्चों के चेहरों पर खुशी की चमक दिखी।
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए और सभी बच्चों को प्रेरक संदेशों के साथ भविष्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में यह संकल्प लिया गया कि समुदाय एवं विद्यालय मिलकर बच्चों के विकास, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े ऐसे सार्थक प्रयास आगे भी निरंतर जारी रखेंगे।




