मतदान प्रचार के लिए समय सीमा कम होने से पार्टी प्रत्याशियों और निर्दलीयों ने इस कड़कड़ाती ठंड में भी जमकर पसीना बहाना शुरू कर दिया है अब तो आलम यह है कि प्रत्याशियों के पास समय की बहुत कमी है जिस कारण उन्हें सांस लेने तक की फुर्सत नहीं है सभी प्रत्याशियों ने पूरी जोर शोर से प्रचार प्रसार करने में अपनी कमर कस ली है वहीं केदारनाथ विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कुलदीप रावत को क्षेत्र की जनता द्वारा मिल रहा है अपार समर्थन।
कुलदीप रावत पिछले 5 साल से क्षेत्र की जनता के साथ सुख: दुख में खड़े रहे उन्होंने वहां काफी गरीब असहाय लोगों की मदद की काफी गरीब कन्याओं के विवाह मैं भी कुलदीप रावत के द्वारा आर्थिक मदद की गई कुलदीप रावत केदारनाथ से मात्र एक ऐसे प्रत्याशी के रूप में है जिन्हें क्षेत्र की जनता द्वारा अपार समर्थन मिल रहा है और जनता का एक ही नारा है कि इस बार गैस के बटन को दबाकर कुलदीप रावत को विधानसभा तक पहुंचाना है और वही कुलदीप रावत ने कहा है कि मैं क्षेत्र की जनता के साथ हमेशा सुख: दुख में खड़ा था खड़ा हूं और हमेशा खड़ा रहूंगा।
कुलदीप रावत ने कहा पिछले प्रत्याशियों द्वारा यहां पर स्वास्थ्य शिक्षा सड़क पर का काम नहीं किया गया , मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी कि मैं ग्राउंड जीरो से लेकर काम करूँगा लोगों की समस्या को सुनूंगा और उसका निस्तारण समय से करूँगा।
रावत का कहना है जो हमारे गरीब लोगों के टैक्स का पैसा है उसका सदुपयोग हो, मैं चुनाव लड़ने आया नहीं मुझे इन राष्ट्रीय राजनीति पार्टियों की ठगी ने मुझे यहां खड़ा करा है, मैं तो चुपचाप यहां अपना सामाजिक कार्य कर रहा था जब मैंने देखा कि हर बार पहाड़ के लोगों के साथ छलावा होता है उनके साथ धोखा होता है झूठा आश्वासन दिया जाता है 5 साल तक विकास का सपना दिखाया जाता है और विकाश नहीं किया जाता है ,इसलिए इन पार्टियों को सबक सिखाने के लिए मैं राजनीति में आया हूं।
केदारनाथ विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस को पूरी टक्कर दे रहे हैं कुलदीप रावत, जो पिछले 5 साल से केदारनाथ की जनता के सुख:दुख के लिए दिन-रात खड़े रहे आज केदारनाथ की जनता दोनों पार्टियों को छोड़कर कुलदीप रावत को दे रही है समर्थन ।
कुलदीप रावत ने केदारनाथ क्षेत्र में 300 से ज्यादा गरीब बेटियों की शादी में आर्थिक मदद, 1000 से ज्यादा गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कॉलरशिप, 5000 से ज्यादा बीमार लोगों को इलाज में मदद, 10000 परिवारों को कोरोना काल में राशन वितरित, 450 विकलांग जनों को आर्थिक मदद, 900 गरीब परिवारों को हर महीने आर्थिक मदद, 250 से अधिक विधवा महिलाओं की आर्थिक सहायता, 200 से अधिक महिला संगठन की महिलाओं को आर्थिक मदद, 100 से अधिक महिलाओं एवं युवक मंगल दल को आर्थिक मदद, 200 सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मदद 1000 क्रिकेट टूर्नामेंट में युवाओं को मदद, गरीब परिवार के बच्चों को भरण पोषण और शिक्षा की जिम्मेदारी भी कुलदीप रावत ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में निभाया, जो इंसान अपने बलबूते अपने संसाधनों में इतने सारे काम करता है नेताओं के पास तो इन्हीं कामों के लिए करोड़ों का बजट आता है फिर भी वह क्यों चुनाव जीतने के बाद जनता से कट जाते हैं यहीं कारण है की केदारनाथ की जनता का कुलदीप रावत को केदारनाथ की जनता का आपार समर्थन मिल रहा है