उत्तराखंड में मानसून की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य के अधिकांश जिलों में आज भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने राजधानी देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ बिजली चमकने और तेज बौछारें पड़ने की भी आशंका जताई गई है।
टिहरी में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद
मौसम विभाग के पूर्वानुमान को गंभीरता से लेते हुए टिहरी जिले के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों (कक्षा 1 से 12 तक) तथा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में मंगलवार, 23 जुलाई को एक दिवसीय अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
सड़कों पर मलबा, यातायात प्रभावित
भारी बारिश के चलते प्रदेश में कई जगहों पर भूस्खलन और सड़कें बंद होने की घटनाएं सामने आई हैं। सोमवार को एक राष्ट्रीय राजमार्ग और दस राज्य मार्गों समेत कुल 121 सड़कें मलबा आने से बंद हो गई थीं। हालांकि राहत एवं बचाव दल की तत्परता से इनमें से 28 सड़कों को खोल दिया गया है। लेकिन अब भी 93 सड़कें बंद हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, विकासनगर-बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा के पास मलबा आ गया है। इसके अलावा चमोली में 1,देहरादून में 2,पौड़ी में 3,टिहरी में 4 राज्य मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हैं।
इन जिलों में सबसे ज्यादा असर
अब भी लगभग बंद पड़ी 93 सड़कों में विभिन्न जिलों की स्थिति इस प्रकार है..अल्मोड़ा 2 सड़कें,,बागेश्वर 7 सड़कें,,चमोली 14 सड़कें,,देहरादून 8 सड़कें,,नैनीताल 3 सड़कें,,पौड़ी 20 सड़कें,,पिथौरागढ़ 11 सड़कें,,रुद्रप्रयाग 7 सड़कें,,टिहरी 8 सड़कें,,उत्तरकाशी 13 सड़कें
प्रशासन सतर्क, राहत कार्य जारी
प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार बंद सड़कों को खोलने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जुटी हुई हैं। राज्य सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।