धुमाकोट: जहाँ प्रदेश का मुखिया जाए और वहां बिरोधियों द्वारा विरोध के नारे न लगे ऐसे हो ही नहीं सकता। आज मुख्यमंत्री धामी लैंसडाउन विधानसभा में विकास योजना का शिलान्यास लोकार्पण पधारे ही थे वैसे ही विरोधी दलों ने विरोध प्र्दशन करना सुरु कर दिया। विरोद्ध करने की वजह ये थी की साल 2018 में एक बस हादसे में 48 व्यक्तियों की जान जाने के बाद भी धुमाकोट-भौन-पीपली मोटर मार्ग का सुधारीकरण न होने व विभिन्न मांगों की वजह से उत्तराखंड क्रांति दल और कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सीएम कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे कार्यकत्र्ताओं को पुलिस द्वारा 5 सौ मीटर पहले ही रोक दिया गया, जिसके बाद कार्यकत्र्ता ने अपनी मांगों को लेकर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया।
रविवार को नैनीडांडा ब्लॉक में सीएम धामी का कार्यक्रम था। मुख्यमंत्री के मंच पर पहुंचने पर कांग्रेस व उक्रांद कार्यकत्र्ता एकजुट हुए और नारेबाजी करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर चलने लगे। सुरक्षा व्यवस्थाओं में तैनात पुलिस टीम ने कार्यकत्र्ताओं को करीब 5 सौ मीटर पहले रोका, जिसके बाद कार्यकत्र्ता सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे गए। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह नेगी बोले, साल 2018 में धुमाकोटर-भौन पीपली मोटर मार्ग पर एक बस दुर्घटना का शिकार हुई थी, जिसमें 48 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। आगे कहा कि घटना के बाद राज्य सरकार ने जल्द ही उक्त मोटर मार्ग के सुधारीकरण का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
हालत यह है कि सरकार ने दुर्घटना में जान गवाने वाले व्यक्तियों के स्वजनों को मुआवजे की शेष धनराशि भी नहीं मिली। कार्यकत्र्ताओं ने राजकीय महाविद्यालय नैनीडांडा पटोटिया में स्नातकोत्तर की कक्षाओं का संचालन करने, अदालीखाल पंपिग योजना का कार्य शुरू करने, नैनीडांडा प्रखंड में बदहाल स्वास्थ्य सुविधा को सुधारने, लोक निर्माण विभाग अदालीखाल कार्यालय को लैंसडौन से पुन: अदालीखाल स्थापित करने की मांग की है।