देहरादून। टिहरी जिले के कद्दूखाल कस्बे में स्थित माता सुरकंडा के दर्शनों के लिए अब भक्तों को डेढ़ किलो मीटर खड़ी चढ़ाई नहीं पड़ेगी। 1 अप्रैल से भक्तों के लिए रोपवे की सुविधा शुरू होने जा रही है।
आपको बता दें कि प्रति वर्ष हजारों की संख्या में सुरकंडा माता मंदिर के दर्शन के लिए जाते हैं। चैत्र व शारदीय नवरात्र में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। हालांकि, मंदिर तक पहुँचने के लिए मंदिर की डेढ़ किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई भक्तों की परीक्षा भी लेती है। खासतौर से बुजुर्ग लोगों को इस चढ़ाई को चढ़ने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना होता है।
लंबे समय से यहां रोपवे लगाने की मांग उठ रही थी जो कि अब पूरी के दी गई है। यहां पर पिछले कुछ समय से चल रहा रोपवे का काम जारी था जो कि अब पूरा हो गया है।
रोपवे के कर्मचारियों ने बताया कि 16 ट्रॉली वाले रोपवे में एक समय मे 64 यात्रियों को मंदिर तक ले जाने व वापस छोड़ने का कार्य किया जाएगा। अभी इसके ट्रायल चल रहे हैं जो कि अंतिम दौर में है। पूरी योजना की इस चैत्र नवरात्र में भक्तों के लिए रोपवे की सुविधा शुरू कर दिया जाए।
1 अप्रैल से यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। उत्त्तराखण्ड सरकार के इन प्रयासों से बुजुर्ग भक्त बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि रोपवे लगने से उन्हें काफी मदद मिलेगी। रोपवे के किराए की दर एक दो दिन में तय कर दी जाएगी।