अध्यापन के साथ – साथ संस्कृति को भी बचा रहे हैं भटाड (जौनसार) के सुरेश मनमौजी
एक शिक्षक के साथ साथ अपनी संस्कृति बोली भाषा को भी बचा रहे भटाड, काण्डोई (जौनसार) के सुरेश मनमौजी। बचपन से ही लिखने में रुचि । कक्षा 6 में लिखी पहली कविता। 1995 में निकली पहली कैसेट। उत्तरांचल की कलम…
जौनसारी- बाउरी कवि सम्मेलन में मची धूम, कवियों ने जौनसारी में किया कवि सम्मेलन
पहला जौनसारी- बाउरी कवि सम्मेलन 16 अक्टूबर 2022 को जौनसार बावर भवन विकासनगर में बड़े धूम धाम और हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। पूरा कवि सम्मेलन जौनसारी में था जिसे जौनसारी- बाउरी शब्दवाणी समिति, उत्तराखंड द्वारा आयोजित किया गया था तथा…