उत्तराखंड शासन स्तर पर कई अधिकारियों के किए गए फेरबदल
जानिए किसको क्या मिली जिम्मेदारी
शासन में बड़ा फेरबदल
राधा रतूड़ी अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा बनाया गया।
दिलीप जावलकर को स्थानिक आयुक्त नई दिल्ली बनाया गया।
एसए मुरुगेशन से सचिव लघु सिंचाई लिया गय।
पंकज पांडे को सचिव गन्ना की जिम्मेदार।
हरीश चंद्र सेमवाल को सचिव लघु सिंचाई व धर्मों की जिम्मेदार।
भूपाल सिंह मनराल से सचिव सचिवालय प्रशासन की जिम्मेदारी वापस ली गई चंद्रेश कुमार यादव से सचिव गन्ना की जिम्मेदारी वापस ली गई ।
हिमांशु खुराना को जिलाधिकारी चमोली बनाया गया।
दीपक रावत को फिर कुंभ मेला अधिकारी हरिद्वार की जिम्मेदारी भी दी गई।
विजय कुमार यादव को निदेशक कौशल विकास प्रशिक्षण का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
आर राजेश कुमार कुर्सियों स्मार्ट सिटी देहरादून की जिम्मेदारी दी गई।
विनय शंकर पांडे को जिलाधिकारी हरिद्वार और उपाध्यक्ष हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण बनाया गया।
विनोद कुमार सुमन को सचिव सचिवालय प्रशासन बनाया गया सी रविशंकर को अपर सचिव वित्त चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा बनाया गय। आनंद स्वरूप को अपर सचिव ग्राम्य विकास की जिम्मेदारी दी गई।
आशीष कुमार श्रीवास्तव को अपर सचिव सूचना प्रौद्योगिकी विज्ञान व तकनीकी की जिम्मेदारी दी गई।
नितिन भदौरिया को अपर सचिव पेयजल की जिम्मेदारी दी गई।
आशीष चौहान को जिलाधिकारी पिथौरागढ़ बनाया गया।
स्वाती भदौरिया को डीएम चमोली से हटाकर अपर सचिव नागरिक उड्डयन बनाया गया।
वंदना सिंह को जिला अधिकारी अल्मोड़ा बनाया गया।
आशीष भट्ट को मुख्य विकास अधिकारी उधम सिंह नगर बनाया गया
सबीन बंसल को परियोजना प्रबंधक यू ई ए पी की जिम्मेदारी दी गई।
रामविलास यादव से समाज कल्याण विभाग हटाया गया झरना कमठान को अपर सचिव समाज कल्याण की जिम्मेदारी दी गई।
प्रताप सिंह साहब को अपर सचिव राज्य संपत्ति की जिम्मेदारी दी गई।
अरुणेंद्र सिंह चौहान को अपर सचिव वित्त बनाया गया ।
अभिषेक रुहेला को आयुक्त नगर निगम देहरादून बनाया गया।
योगेंद्र यादव को अपर सचिव सैनिक कल्याण बनाया गया।
देव कृष्ण तिवारी को अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तराखंड खादी ग्राम उद्योग बनाया गया।
प्रदीप सिंह रावत को अपर सचिव समाज कल्याण की जिम्मेदारी सुरेश जोशी से अपर सचिव समाज कल्याण की जिम्मेदारी ली गई वापस अतर सिंह को अपर सचिव लोक निर्माण बनाया गया।
वेदी राम को अपर सचिव सचिवालय प्रशासन बनाया गया।
संजय सिंह टोलिया को निदेशक जनजाति निदेशालय की जिम्मेदारी दी गई।